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വരി 1: |
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| अभिलाषा<br/><br/>बचपन से ही एक इच्छा है<br/> | | *[[{{PAGENAME}}/अभिलाषा| अभिलाषा]] |
| जो मन की गहराई अंधकार में फस गया था,<br/>
| | *[[{{PAGENAME}}/Horrible night...| Horrible night...]] |
| जो मुझे हर घडना में आत्मविश्वास प्रदान किया!<br/><br/>
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| रात और दिन,अभिलाषा मेरे साथ ही हैं......!!<br/>
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| मुझे नहीं पता कि मैं उसे निभा पाऊंगा,<br/>
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| फिर भी मैं कोशिश करती रहूंगी..!<br/>
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| एक एक इच्छा.. एक एक दिन में आता रहता है।<br/><br/>
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| कभी सैकल मांगने का इच्छा,<br/>
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| कभी डाक्टर बनने का इच्छा,<br/>
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| मन में अलग-अलग आग्रहों जागता रहता हैं,<br/>
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| लेकिन क्या फैता सब अंधकार के साथ-साथ डूब जाता है।<br/><br/>
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| इच्छा एक भौतिक परिवर्तन हैं!<br/>
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| जो बर्फ के समान, तापमान के साथ अपना रूप भी बदलते हैं ,<br/>
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| कभी पिघल जाता है!<br/>
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| कभी अपने असली रूप में बन जाता है!<br/><br/>
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| मनुष्य जीवन,अभिलाषाओं का खेल है<br/>
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| जिस खेल में कभि इच्छा जीतते हैं, कभी हम हार जाता है।<br/>
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| मुझे नहीं पता कि मेरे इच्छा पूरी हो या ना हो!! <br/><br/>
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| लेकिन मैं कोशिश करूंगा ,<br/>
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| और मुझे प्रतीक्षा हैं कि अक्सर कोशिश करने से<br/>
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| मेरा अभिलाषा ज़रूर पूरी होंगी।<br/><br/>
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| कवयित्री: अमिया डी.बी(Amia T.B) <br/>
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| कक्षा: ८ सी ( 8 C )<br/>
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