"Schoolwiki:എഴുത്തുകളരി/283893" എന്ന താളിന്റെ പതിപ്പുകൾ തമ്മിലുള്ള വ്യത്യാസം
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(ചെ.) (→കിഷോർ കുമാർ) |
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ജോ ബാംഗ് ബഹാര് മേ ഉഛ്ടേ, ഉസേ കോൻ ഖിലായേ? <br> | ജോ ബാംഗ് ബഹാര് മേ ഉഛ്ടേ, ഉസേ കോൻ ഖിലായേ? <br> | ||
ഹോ, ഉസേ കോൻ ഖിലായേ?<br> | ഹോ, ഉസേ കോൻ ഖിലായേ?<br> | ||
ഹംസേ മത് പൂഛോ കൈസേ | |||
മന്ദിർ ടൂട്ടാ സപ്നോം കാ<br>हमसे मत पूछो कैसे मंदिर टूटा सपनों का <br>लोगों की बात नहीं है, ये क़िस्सा है अपनों का <br>कोई दुश्मन ठेस लगाए, तो मीत जिया बहलाए <br>मनमीत जो घाव लगाए, उसे कौन मिटाए? | |||
ना जाने क्या हो जाता, जाने हम क्या कर जाते<br> ना जाने क्या हो जाता, जाने हम क्या कर जाते <br>पीते हैं तो ज़िंदा हैं, न पीते तो मर जाते <br>दुनिया जो प्यासा रखे, तो मदिरा प्यास बुझाए <br>मदिरा जो प्यास लगाए, उसे कौन बुझाए? <br>हो, उसे कौन बुझाए?<br> | ना जाने क्या हो जाता, जाने हम क्या कर जाते<br> ना जाने क्या हो जाता, जाने हम क्या कर जाते <br>पीते हैं तो ज़िंदा हैं, न पीते तो मर जाते <br>दुनिया जो प्यासा रखे, तो मदिरा प्यास बुझाए <br>मदिरा जो प्यास लगाए, उसे कौन बुझाए? <br>हो, उसे कौन बुझाए?<br> | ||
माना तूफ़ाँ के आगे, नहीं चलता ज़ोर किसी का <br>माना तूफ़ाँ के आगे, नहीं चलता ज़ोर किसी का <br>मौजों का दोष नहीं है, ये दोष है और किसी का <br>मझधार में नैया डोले, तो माझी पार लगाए <br>माझी जो नाव डुबोए, उसे कौन बचाए? <br>हो, उसे कौन बचाए?<br> | माना तूफ़ाँ के आगे, नहीं चलता ज़ोर किसी का <br>माना तूफ़ाँ के आगे, नहीं चलता ज़ोर किसी का <br>मौजों का दोष नहीं है, ये दोष है और किसी का <br>मझधार में नैया डोले, तो माझी पार लगाए <br>माझी जो नाव डुबोए, उसे कौन बचाए? <br>हो, उसे कौन बचाए?<br> | ||
चिंगारी... हम्म हम्म हम्म... हम्म हम्म हम्म... हम्म हम्म हम्म... | चिंगारी... हम्म हम्म हम्म... हम्म हम्म हम्म... हम्म हम्म हम्म... | ||
08:58, 25 ഏപ്രിൽ 2025-നു നിലവിലുണ്ടായിരുന്ന രൂപം
കിഷോർ കുമാർ
ചിങ്കാരീ കോയീ ഭട്കേ, തോ സാവന് ഉസേ ബുഛായേ
സാവന് ജോ അഗന് ലഗായേ, ഉസേ കോൻ ബുഛായേ?
ഓ, ഉസേ കോൻ ബുഛായേ?
പത്ഛഢ് ജോ ബാംഗ് ഉഛാടേ, വോ ബാംഗ് ബഹാര് ഖിലായേ
ജോ ബാംഗ് ബഹാര് മേ ഉഛ്ടേ, ഉസേ കോൻ ഖിലായേ?
ഹോ, ഉസേ കോൻ ഖിലായേ?
ഹംസേ മത് പൂഛോ കൈസേ
മന്ദിർ ടൂട്ടാ സപ്നോം കാ
हमसे मत पूछो कैसे मंदिर टूटा सपनों का
लोगों की बात नहीं है, ये क़िस्सा है अपनों का
कोई दुश्मन ठेस लगाए, तो मीत जिया बहलाए
मनमीत जो घाव लगाए, उसे कौन मिटाए?
ना जाने क्या हो जाता, जाने हम क्या कर जाते
ना जाने क्या हो जाता, जाने हम क्या कर जाते
पीते हैं तो ज़िंदा हैं, न पीते तो मर जाते
दुनिया जो प्यासा रखे, तो मदिरा प्यास बुझाए
मदिरा जो प्यास लगाए, उसे कौन बुझाए?
हो, उसे कौन बुझाए?
माना तूफ़ाँ के आगे, नहीं चलता ज़ोर किसी का
माना तूफ़ाँ के आगे, नहीं चलता ज़ोर किसी का
मौजों का दोष नहीं है, ये दोष है और किसी का
मझधार में नैया डोले, तो माझी पार लगाए
माझी जो नाव डुबोए, उसे कौन बचाए?
हो, उसे कौन बचाए?
चिंगारी... हम्म हम्म हम्म... हम्म हम्म हम्म... हम्म हम्म हम्म...