എസ്സ്.എൻ.എം.എച്ഛ്.എസ്സ്.എസ്സ്.പുറക്കാട്/അക്ഷരവൃക്ഷം/माता पिता गुरु ईश्वर
माता पिता गुरु ईश्वर
माता का अर्थ ममता है| मां माता के मूर्ति है मां |मां एक आईजी इंसान है जिसके आगे पूरा दुनिया सर झुकाता है दुनिया ही क्या ईश्वर भी सर झुकाता है |शेरु और अंध दोनों मां है मां से शुरू होकर मां पर खत्म हो जाता है हमारे जिंदगी| मामा मां माता की मूर्ति है तो पिता एक कवच है जैसे करण का कवच कुंडल जैसे अपने बच्चों के ऊपर एक सुरक्षा कवच है पिता | दिल में है तो धड़कन पाप है| जो हमें शिक्षा देता है उन्हें हम गुरु बोलता है | ईश्वर और गुरु एक साथ हमारे साथ सामने आए तो हम पहले गुरु का प्रणाम करेंगे क्योंकि हमें ईश्वर कौन है सिक्का यादा गुरु ने | एक अच्छे इंसान को गुरु ही बनाता है| ईश्वर इन दिनों के बाद आता है इसका मतलब यह है कि माता-पिता गुरु ईश्वर से बड़ा है | हमारे कर्म के शिक्षा देते हैं ईश्वर लेकिन माता-पिता गुरु हमें कर्म सिखाता है|
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