कोरोना तीन अक्षरोॱ वाला
एक छोटी कीड़ा
अब बन गया चक्रवर्ती
तुच्छ हो गया
अहंकारी मनुष्य
हो गया तुच्छ l
कोरोना का प्रभाव
सभी जगहों में
सभी स्थानों में
सभी राज्यों में
सभी राज्यों में
सारे विश्व में
फैल गया जल्दी
जल्दी- जल्दी फैल गया l
आँख मिचौने का
समय नहीं मिला
फैल गया वह फैल गया
मनुष्य जीवन को
क्षति फैलाते हुए
बन गया स्वामी
वह धीरे -धीरे
स्वामी बन गया l
बनने का अवसर
दिए बड़े -बड़े
अहंकारी मनुष्य l
विज्ञान है सभी
सोचनेवाली मनुष्य
ईश्वर को तुच्छ
समझने वाले मनुष्य
बन गया तिनका
एक सूखा तिनका l
adithya
9 govt hs mannanthala നോർത്ത് ഉപജില്ല തിരുവനന്തപുരം അക്ഷരവൃക്ഷം പദ്ധതി, 2020 കവിത