नारी
युगो युगो से ही तुम
हम सब को जन्म दी है,
हम सब को संभाला,
जिसको हम रोज सताता।
हमको कभी-कभी दुलारी,
विश्व की महिला,
अगर हम दोष करती
तभी वे पछताती।
प्रकृति हमें हर घटने में सहायता करती,
लेकिन वापस हम उसे नुकसान पहुंचाती,
हर नारी प्रर्कति के समान है
हर युगें की रानी है नारी !
സാങ്കേതിക പരിശോധന - Dev തീയ്യതി: 03/ 05/ 2020 >> രചനാവിഭാഗം - കവിത
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